गरीब महिला रैफर मरीज़ को मंडी से शिमला हेतु साढे 4 घंटे तक नहीं मिली एंबुलेंस 108 सुविधा।
CM संकल्प हेल्प लाइन 1100 व जिलाधीश मंडी को लिखित भेजा अपना दुखड़ा।
AAS 24newsसिराज/थुनाग
लीलाधर चौहान
जिला मंडी के सिराज विधानसभा क्षेत्र के उपमंडल थुनाग की ग्रांम पंचायत शिकावरी के गांव गुनास की अति निर्धन परिवार से संबंध रखने वाली विधवा महिला रूपू देवी पत्नी स्वर्गीय नरपत राम का अचानक बीपी हाई होने के कारण दौरा सा मिल गया था जिसे सीएचसी बगस्याड से जोनल अस्पताल मंडी रेफर किया गया था। समय करीब 3:00 बजे मंडी के डॉक्टरों ने उसे शिमला रेफर कर दिया जिसके लिए पीड़ित परिवार को एंबुलेंस की सख्त जरूरत थी तो परिवार जनों ने तुरंत उसी समय 108 पर भी सूचना दे दी थी मगर शाम 7:00 बजे तक एंबुलेंस प्रदान नहीं की गई। मंडी के डॉक्टरों द्वारा उन्हें बताया गया कि एंबुलेंस 6 से 7 घंटे बाद 108 मिलेगी मगर तब तक वे अपने मरीज को कहां और किस हाल में रखेंगे यह बहुत बड़ा सवाल था।
इस गंभीर समस्या के बारे पैरा लीगल वालंटियर थुनाग लीलाराम ने बताया कि उन्होंने टेलीफोन के माध्यम जिलाधीश मंडी ऋग्वेद ठाकुर तथा जिला चिकित्सा अधिकारी (CMO) मंडी जीवानंद चौहान से दो दो बार बात की मगर मात्र आश्वासन के साढे 4 घंटे कुछ नहीं हो पाया । उसके बाद उन्होंने जिलाधीश मंडी के व्हाट्सएप नंबर पर शिकायत लिखित भेजें तथा मुख्यमंत्री संकल्प सेवा हेल्पलाइन 1100 पर पीड़ित परिवार से संबंधित शिकायत दर्ज की है । लीलाराम ने बताया कि उन्होंने इस समस्या पर सीएमओ मंडी से दोबारा बात की तो सीएमओ मंडी द्वारा बताया गया कि उनकी एंबुलेंस शिमला रोगी को लेकर गई है जिसके लिए पीड़ित परिवार को इंतजार करना होगा या फिर प्राइवेट एंबुलेंस भी कर सकते हैं मगर रोगी के परिवारजनों को पैसे का इंतजाम करना होगा।
जिलाधीश मंडी के व्हाट्सएप नंबर पर भी इसी शिकायत को भेजा था जहां से हमें 1077पर कॉल करने के लिए कहा गया था। फिर 1077 पर भी फोन करके अपनी पूरी समस्या बताई जहां से पीड़ित परिवार के साथ आए हुए लोग सीएमओ के कार्यालय में मिलने को कहा गया मगर वहां भी उन्होंने कहा कि इंतजार करना ही पड़ेगा।
शाम करीब 6:00 बजे लीलाराम के द्वारा एडीएम मंडी श्रवण मांटा से टेलीफोन के माध्यम से इस समस्या बारे जानकारी दी तो उन्होंने बताया कि वे सीएमओ मंडी से बात करेंगे जिस बारे में 6:20 पर एडीएम मंडी का उन्हें व्हाट्सएप पर मैसेज मिला कि ठीक 7:30 बजे 108 पीड़ित परिवार को दी जा रही है।
इस बारे में पीड़ित के बेटे ऐल राम मिली जानकारी के अनुसार कि उनकी माता जी को ऑक्सीजन और ग्लूकोज डॉक्टर द्वारा लगाया गया है मगर उनकी माता सुध में नहीं है। बेटे ने बताया कि साढ़े 4 घंटे से 108 के लिए दर दर भटके जंहा उन्हें निजी एम्बुलेंस पैसों से भी नहीं मिली। करीब 7:30 बजे एंबुलेंस 108 की ओर से फोन आया कि वे मंडी हॉस्पिटल पहुंच चुके हैं, पीड़ित परिवार से मिली जानकारी के अनुसार 8 बजे रात मंडी से रवाना हुए थे कि करीब 1 बजे रात IGMC शिमला पहुंचे।
मगर अफसोस कि साढे 4 घंटे से ज्यादा वक्त एक गरीब परिवार को इंतजार करना पड़ा जिससे लगता है कि जिला मंडी में स्वास्थ्य सेवाएं गरीबों के लिए सही नहीं है।
इस बारे में हमने सीएमओ मंडी जीवानंद चौहान से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके पास तीन ही एंबुलेंस हैं जिनमें मात्र एक एंबुलेंस शिमला रेफर केस हेतु रखी गई है जो किसी मरीज़ के लिए गई थी बाकी दो करोना मरीजों के लिए रखी गई है।
इस बारे हम ने जिलाधीश मंडी ऋग्वेद ठाकुर से हमने दो बार टेलीफ़ोन द्वारा बात की मगर साहब की तरफ से संतुष्टिजनक जबाब समस्या के समाधान पर नहीं मिला , तो उन्होंने बताया कि मामला ध्यान में है इस पर जांच की जाएगी।
उधर इस मामले को हमने अतिरिक्त जिलाधीश मंडी श्रवण मांटा के ध्यान में लाया तो उन्होंने ज़ोनल हॉस्पिटल मंडी के अधिकारिओं से बात करके इस गंभीर मामले पर तुरंत संज्ञान लिया कि पीड़ित को एंबुलेंस हेतु प्रबंध किया गया।
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