धारा 302 सहित एससी एसटी एक्ट के तहत मामला है दर्ज ,
दो आरोपी हिरासत में 10 अन्य लोगों से पूछताछ जारी,
डीएसपी करसोग गीतांजलि ठाकुर के खिलाफ 10 घंटे तक धरना ,
डीएसपी करसोग गीतांजलि ठाकुर को जांच से हटाकर डीएसपी सुंदर नगर को जांच में शामिल।
एसपी शालिनी अग्निहोत्री को पहुंचना पड़ा जंजैहली थाना , पीड़ित एवं परिजनों सहित स्थानीय लोगों को बड़ी मुश्किल से समझा-बुझाकर निष्पक्ष जांच का दिया आश्वासन,
AAS 24newsमंडी
लीलाधर चौहान
सिराज विधानसभा क्षेत्र के जाने-माने एवं प्रसिद्ध पदम सिंह उर्फ सेठी हत्याकांड में पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है जिन्हें अदालत में पेश करने के लिए 4 दिन का पुलिस रिमांड मिला है जिसकी पुष्टि डीएसपी सुंदर नगर दिनेश कुमार ने की है । बता दें कि रविवार को पदम सिंह की ट्रैवलर ग्राम पंचायत धार जरोल के गांव धार एक शादी समारोह हेतु बुक की गई थी जहां से बारातियों को गोहर के जयूणीखड पहुंचाने के बाद फिर वापस धार गांव पहुंचना था । उनकी धर्मपत्नी द्रोपती देवी ने बताया कि रविवार दिन को उनके पति पदम सिंह स्वयं अपनी ट्रैवलर को लेकर शादी समारोह में गए थे हालांकि वे किसी दूसरे व्यक्ति को गाड़ी चलाने नहीं देते थे ।
पदम सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जंजैहली में शिक्षा विभाग में लिपिक के पद पर कार्यरत थे इसके साथ-साथ उनके अपनी 9 गाड़ियां तथा अपना कारोबार चला रहता था जिस कारण वे 24 घंटे व्यस्त में रहते थे। रविवार रात को मृतक पदम सिंह जब वे घर पर नहीं पहुंचे तो उनकी पत्नी करीब 9:00 बजे रात्रि को मैंने फोन किया था जब उन्होंने बताया था कि वह रास्ते में है मगर उसके बाद उनको उन्होंने कई फोन किए मगर पति ने नहीं उठाए जिससे परिवार जन परेशान रहे। मृतक की पत्नी द्रौपदी देवी ने बताया की रात्रि लगभग 2:00 से 3:00 के बीच उन्हें एक फौजी का फोन आया और कहा कि उनका पति घर में पहुंचा तो जवाब दिया नहीं ,फौजी ने बताया कि पदम सिंह को उनके पुराने घर छोड़ दिया। पदम सिंह की पत्नी और परिवार जन सारी रात्रि नहीं सोए तो सुबह मालूम हुआ डेड बॉडी मिल चुकी है।
बता दें कि रविवार देर रात्रि आरोपियों ने पदम सिंह को खलैरदोधरी नामक स्थान पर घटना को अंजाम दिया जहां लोगों का आना जाना रात्रि के समय बहुत कम रहता है। घटना की जानकारी सोमवार सुबह करीब 10:00 बजे मृतक की पत्नी द्रोपती देवी को टेलीफोन के माध्यम प्राप्त हुई फिर पुलिस और स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे मगर पूरा दिन भर जंजैहली पुलिस तथा डीएसपी करसोग गीतांजलि ठाकुर घटनास्थल पर टहलते रहे ,पीड़ितों और रिश्तेदारों को धमकाते रहे कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई । बुद्धिजीवी लोगों की माने तो पुलिस इस घटना को हादसे का रूप देना चाहती थी मगर मृतक की पत्नी द्रोपती देवी ने डीएसपी को बताया कि उनके पति की हत्या की गई है। डीएसपी और उनके पुलिसकर्मी पीड़ित पक्ष को अनसुना कर रहे थे जिससे लोग भड़क गए। सोमवार शाम करीब 6:00 बजे तक पुलिस द्वारा घटनास्थल पर ऐसी कोई जांच प्रक्रिया नहीं की गई जहां से साक्ष्य जुटाए जा सकते थे जिससे परिजन रोष में आ गए तथा बॉडी को घर तक पहुंचाया। काफी जद्दोजहद के बाद करीब 8:00 बजे डीएसपी के समक्ष मृतक की पत्नी के बयान करवाए गए तथा डेड बॉडी को जोनल अस्पताल मंडी भेजा गया मगर पुलिस स्टेशन जंजैहली में मामला दर्ज नहीं किया गया ।
मंगलवार को डीएसपी करसोग गीतांजलि ठाकुर के खिलाफ जंजैहली थाना में हुआ धरना, एसपी ने जांच से हटाया:-
मंगलवार सुबह करीब 8:00 बजे पीड़ित पक्ष सहित सैकड़ों लोग थाने में पहुंचे जहां पीड़ित पक्ष ने सबसे पहले एफ आई आर की कॉपी मांगी मगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से ही मना कर दिया था और बताया कि जब तक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं आती तब तक मामला दर्ज नहीं किया जाएगा।
पीड़ित परिवार और रिश्तेदारों में भारी रोष दिखाई दे रहा था तथा पुलिस प्रशासन की कार्यवाही पर प्रश्नचिन्ह उठ गया।
प्रदेश युवा कोली समाज के महामंत्री ने लिया संज्ञान:-
अखिल भारतीय युवा कोली समाज प्रदेश प्रमुख महामंत्री ताराचंद रनोट ने अपने प्रदेश अध्यक्ष की अनुमति से मामले मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक शिमला तथा पुलिस अधीक्षक जिला मंडी को एक शिकायत पत्र ईमेल के माध्यम से जारी किया जिसमें दिल्ली पुलिस द्वारा f.i.r. में देरी तथा फॉरेंसिक टीम द्वारा इस घटना की जांच करने बारे लिखा गया था। हालांकि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा आईजी मधुसूदन को टेलीफोन के माध्यम से पुलिस की ढीली कार्रवाई को लेकर सूचना दी गई।
मृतक की पत्नी के बयान के बाद करीब 16 घंटे बाद आईजी मधुसूदन के आदेश अनुसार जंजैहली पुलिस द्वारा आईपीसी की धारा 302 हत्या मामला दर्ज किया गया इसके साथ-साथ अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम धारा 3 (1)q,3(1)r,3(1)s तथा 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया।
धरने में शामिल थे विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी:-
पुलिस की ढीली कार्यवाही को लेकर अखिल भारतीय युवा कोली समाज की प्रदेश उपाध्यक्ष जस्सी देवी, संगठन के सलाहकार एवं सेवानिवृत्त खंड विकास अधिकारी कांशी राम ,कांग्रेस किसान विभाग प्रदेश के उपाध्यक्ष जगदीश रेडी , कामरेड एवं हाईकोर्ट के अधिवक्ता नरेंद्र कुमार, सराज युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गोपाल सहगल ,भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा जिला मंडी के उपाध्यक्ष सीताराम , भाजपा महिला मोर्चा सराज की अध्यक्षा एवं जिला परिषद सदस्य खीमदासी सहित दर्जनों पार्टियों के पदाधिकारी के अलावा जंजैहली क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने 10 घंटे तक जंजैहली पुलिस स्टेशन में डीएसपी करसोग गीतांजलि ठाकुर द्वारा पीड़ित पक्ष को धमकाने के साथ अभद्रता से पेश आने , मामले में समय पर f.i.r. ना करने तथा ढीली कार्रवाई को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
पीड़ित परिवार और अन्य रिश्तेदारों के गुस्से को शांत करने के लिए पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री को स्वयं करीब 4:00 बजे जंजैहली थाने में पहुंचना पड़ा। पीड़ित परिवार सहित रिश्तेदारों ने बीएसपी को जांच से हटाने की मांग की तथा अन्य अधिकारी को इस जांच में शामिल करने की बात पुलिस अधीक्षक से की गई जिसके आधार पर पुलिस अधीक्षक ने डीएसपी करसोग गीतांजलि ठाकुर को जांच से तुरंत हटाने का आदेश सार्वजनिक तौर पर दे दिए हैं तब जाकर लोग शांत हुए फिर अंतिम संस्कार की रस्म रीति रिवाज के मुताबिक की गई।
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