पीड़ित ने कहा भूमि को हड़पना चाहते हैं सामान्य वर्ग के परिवार
अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम धारा 3 (1)rs Atrocity act ,IPC 323,506,504,34 के तहत मामला दर्ज
AAS 24news मंडी
लीलाधर चौहान
मुख्यमंत्री के गृह जिला मंडी के सराज विधानसभा क्षेत्र के छतरी में शनिवार 20 मार्च 2021 करीब 5:00 बजे ब्रेउगी नामक बाजार सार्वजनिक स्थल पर 35 वर्षीय अनुसूचित जाति के युवक हीरालाल को स्थानीय पूर्ण चंद और उसके बेटे कैलाश ने लहूलुहान कर दिया जिसका वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहा है ।
पीड़ित ने 20 मार्च करीब 7:00 बजे शाम हमे अपनी आपबीती एक वीडियो जारी करते हुए बताया है कि स्थानीय पूर्ण चंद और उसका परिवार पिछले लंबे अरसे से उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान करते आए हैं यहां तक कि जान से मारने की धमकी अभी देते रहते हैं क्योंकि वे उनकी भूमि को हड़पना चाहते हैं।
पीड़ित एवं जख्मी हीरालाल की पत्नी ने टेलीफोन के माध्यम से हमें बताया कि वे बहुत ही गरीब परिवार से संबंध रखते हैं कि हॉस्पिटल जाने के लिए उनके पास कोई भी सुविधा नहीं थी तो अपने पति को घर पहुंचा दिया है जहां उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही थी।
रात को उनके पति को पूरे शरीर और सिर में बहुत दर्द होने लगा तो 11:00 बजे एंबुलेंस को फोन किया 108 को फोन लगा जहां जंजैहली और छतरी की एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई तो करीब 12:00 बजे जिला कुल्लू के आनी की एंबुलेंस उपलब्ध करवाई गई।
करीब 2:40 पर घायल हीरालाल को आनी हॉस्पिटल 108 के माध्यम से पहुंचाया गया जहां लेडीस डॉक्टर द्वारा एक
इंजेक्शन लगवाया गया बाकी कोई भी इलाज नहीं किया गया हालांकि पुलिस भी मौका पर नहीं आई।
एक गरीब के लहूलुहान हाल में एंबुलेंस के माध्यम से हॉस्पिटल में पहुंचाया जाता है मगर अफसोस कि वहां पुलिस 5 घंटे बाद पहुंचती है जबकि आनी पुलिस स्टेशन हाथ में ही है।
अगर हॉस्पिटल से पुलिस को जानकारी दी गई थी तो पुलिस 5 घंटे लेट क्यों आए ।
अगर हॉस्पिटल से पुलिस को जानकारी नहीं दी गई तो क्या कारण है जिस पर जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में भी किसी गरीब असहाय व्यक्ति के साथ ऐसा मामला सामने ना आए।
जब यह मामला हमारे ध्यान में आया तो हमने 108 से इस बात की जानकारी हासिल की तो पता चला कि उन्होंने पुलिस स्टेशन जंजैहली को उसी दौरान करीब 11:30 बजे सूचना भेजी थी।
जंजैहली पुलिस स्टेशन से मालूम हुआ कि उन्हें रात्रि को घटना की सूचना 108 के माध्यम से प्राप्त हुई थी मगर घायल को अन्य हॉस्पिटल ले जाया गया था जहां स्थानीय पुलिस को मौजूद होना चाहिए था।
हमने घायल की पत्नी के टेलीफोन के माध्यम आनी हॉस्पिटल की लेडीस डॉक्टर से बात की तो उन्होंने बताया कि उनकी तरफ से पुलिस को सूचित कर दिया गया था मगर पुलिस नहीं आई।
इस दौरान पीड़ित पक्ष ने स्थानीय डॉक्टर और नर्स से उनके बीएमओ का नंबर मांगा तो किसी ने भी उनकी मदद नहीं की।
थोड़ी देर बाद पीड़ित एवं घायल परिजनों से डॉक्टर और नर्स मिलने आए और उनका सहयोग करने की बात कही।
21 मार्च की सुबह करीब 7:30 बजे हमें घायल की पत्नी टेलीफोन के माध्यम से सूचित किया कि पुलिस आ चुकी है जो उनके पति के बयान ले रही है तो हमने इस टेलीफोन के माध्यम आनी पुलिस स्टेशन के हेड कांस्टेबल से भी बात की तो बताया कि वे इनिशियल रिपोर्ट तैयार करने के बाद जंजैहली पुलिस स्टेशन भेजेंगे।
मगर बहुत अफसोस हो रहा है कि एक लाचार और गरीब व्यक्ति को इस तरह से पुलिस और अस्पताल प्रशासन अनदेखा क्यों करते हैं जिस पर जांच भी होनी चाहिए।
क्या कहती है डीएसपी को करसोग:-
मामले संबंधी जानकारी देते हुए डीएसपी करसोग गीतांजलि ठाकुर ने बताया कि उनके ध्यान में मामला आया है जिस पर थाना जंजैहली में एट्रोसिटी एक्ट यानी अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम धारा 3(1)rs,IPC 323,506,504,34 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
शीघ्र ही घटनास्थल का दौरा करेगी और दोषी गणित सलाखों के पीछे होंगे।
अखिल भारतीय युवा कोली समाज हिमाचल प्रदेश के संगठन ने लिया कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा पुलिस दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करें अन्यथा होगा धरना प्रदर्शन:-
उधर हिमाचल प्रदेश युवा कोली समाज के प्रदेश अध्यक्ष लीलाधर चौहान ,जिला शिमला से प्रदेश महासचिव प्रमुख डॉक्टर मदन झालटा, जिला सिरमौर से प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष दयाल प्यारी, जिला मंडी से प्रदेश प्रमुख सलाहकार एवं कोषाध्यक्ष कमल देव चौहान, जिला शिमला से प्रदेश प्रमुख प्रवक्ता एवं सलाहकार चंदन जोगी, जिला कुल्लू से प्रदेश प्रमुख कानूनी सलाहकार एवं जिला कुल्लू के अध्यक्ष अधिवक्ता आरडी राठौर, जिला मंडी से प्रदेश कार्यालय महासचिव गोवर्धन चौहान, जिला सिरमौर से प्रदेश उपाध्यक्ष रणबीर चौहान जिला सोलन से प्रदेश उपाध्यक्ष बलदेव कश्यप , जिला मंडी से प्रदेश उपाध्यक्ष धर्म चंद चौहान, प्रदेश सचिव राजकुमार, जिला मंडी के अध्यक्ष राजू चौहान, वरिष्ठ महासचिव भागचंद चौहान, जिला सिरमौर के अध्यक्ष रघुवीर चौहान, जिला शिमला के अध्यक्ष मस्तराम मोकटा, जिला सोलन के अध्यक्ष राकेश डोगरा सहित समस्त जिला के प्रदेश अध्यक्ष और सदस्यों ने कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा है कि पुलिस को तुरंत ऐसे मामलों में दोषियों को गिरफ्तार कर देना चाहिए।
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